Saturday, September 17, 2011

मित्र/ मित्रता के बारे में कुछ विचारकों के विचार

*मित्र/ मित्रता के बारे में चाणक्य, सुकरात, अरस्तु जैसे कुछ विचारकों के
विचार- संकलन - विमल खन्डेलवाल *
* मूर्ख मित्र से बुद्धिमान शत्रु हर स्थिति में अच्छा है।
* मित्र पाने की राह है, खुद किसी का मित्र बन जाना।
* मित्रता करने में धैर्य से काम लो। किंतु जब मित्रता कर ही लो तो उसे अचल और
दृढ़ होकर निभाओ।
* अपने मित्र को एकांत में नसीहत दो, लेकिन प्रशंसा (सही) खुलेआम करो।
* तुम्हारा अपना व्यवहार ही शत्रु अथवा मित्र बनाने के लिए उत्तरदायी है।
* सच्चा मित्र वह है जो दर्पण की तरह तुम्हारे दोषों को तुम्हें दिखाए। जो
तुम्हारे अवगुणों को गुण बताए वह तो खुशामदी है।
* विदेश में विद्या मित्र होती है, घर में पत्नी मित्र होती है, रोगी का मित्र
औषधि व मृतक का मित्र धर्म होता है।
* मित्र वे दुर्लभ लोग होते हैं, जो हमारा हालचाल पूछते हैं और उत्तर सुनने को
रुकते भी हैं।
* ज्ञानवान मित्र ही जीवन का सबसे बड़ा वरदान है।
* सच्चे मित्र हीरे की तरह कीमती और दुर्लभ होते हैं, झूठे दोस्त पतझड़ की
पत्तियों की तरह हर कहीं मिल जाते हैं।

Friday, September 9, 2011

I've learned

That I can always pray for someone when I don't have the strength to help him in some other way.

I've learned....That the best classroom in the world is at the feet of an elderly person.
I've learned....That when you're in love, it shows.
I've learned....That just one person saying to me, "You've made my day!" makes my day.
I've learned....That being kind is more important than being right.
I've learned....That you should never say "no" to a gift from a child.
I've learned....That I can always pray for someone when I don't have the strength to help him in some other way.
I've learned....That no matter how serious your life requires you to be, everyone needs a friend to act goofy with.
I've learned....That sometimes all a person needs is a hand to hold and a heart to understand.
I've learned....That simple walks with my father around the block on summer nights when I was a child did wonders for me as an adult.
I've learned....That life is like a roll of toilet paper. The closer it gets to the end, the faster it goes.
I've learned....That we should be glad God doesn't give us everything we ask for.
I've learned....That money doesn't buy class.
I've learned....That it's those small daily happenings that make life so spectacular.
I've learned...That under everyone's hard shell is someone who wants to be appreciated and loved.
I've learned....That the Lord didn't do it all in one day. What makes me think I can?
I've learned....That to ignore the facts does not change the facts.

Inspirational Thoughts

 Destiny is not a matter of chance,It's a matter of choice; It's not a thing to be waited for,It's a thing to be achieved. ~William Jennings Bryan

When you know what you want, and you want it badly enough, you'll find a way to get it. ~Jim Rohn

In the middle of difficulty lies opportunity. ~ Albert Einstein

The only limits are, as always, those of vision. ~James Broughton


Someone once asked me why do you always insist on taking the hard road? And I replied why do you assume I see two roads?

Success usually comes to those who are too busy to be looking for it. ~ Henry David Thoreau

Argue for your limitations and sure enough they are yours.~ Richard Bach

Adversity cause some men to break; others to break records.

Success seems to be largely a matter of hanging on after others have let go. ~ William Feather

A man can succeed at almost anything for which he has unlimited enthusiasm. ~ Charles Schwab

Challenges are what make life interesting; overcoming them is what makes life meaningful. ~ Joshua J. Marine

The thing always happens that you really believe in; and the belief in a thing makes it happen. ~ Frank Lloyd Wright

I'm a great believer in luck, and I find the harder I work the more I have of it. ~ Thomas Jefferson

He is the most unfortunate who's today is not better than yesterday. ~Muhammad (PBUH)

Success can never be controlled, but performance always can. ~John F. Murray

If you are not big enough to lose, you are not big enough to win. ~Walter Reuther

Never stand begging for what you have the power to earn.

There are two ways of meeting difficulties: you alter the difficulties, or you alter yourself to meet them. ~Phyllis Bottome

Many of life's failures are people who did not realize how close they were to success when they gave up.

Success is how high you bounce when you hit bottom.

You always pass failure on the way to success. ~Mickey Rooney

Whenever I hear, 'It can't be done,' I know I'm close to success ~ Michael Flatley

Without a sense of urgency, desire loses its value. ~ Jim Rohn

God gives every bird it's food, but does not always drop it into the nest.

Kites rise highest against the wind not with it ~ Sir Winston Churchill

To make yourself exceptional is the biggest achievement of your life.

No one can make you feel inferior without your consent. ~ Eleanor
Roosevelt

१) संसार का सम्पूर्ण अन्धेरा इकट्ठा होकर भी एक नन्हे दीपक की रोशनी नहीं छीन सकता - चमकते रहो ........
२) सुन्दर मार्ग की मंजिल कौन सी है - पता करो ! परन्तु अगर सुन्दर मंजिल की राह है तो मार्ग का क्या देखना ! बढ़ते रहो ........

Sunday, July 3, 2011

|| चाणक्य निति || 2

धनविहीन पुरुष को वेश्या, शक्तिहीन राजा को प्रजा, जिसका फल झड गया है,
ऎसे वृक्ष को पक्षी त्याग देते हैं और भोजन कर लेने के बाद अतिथि उस घर
को छोड देता है ॥१७

जो माता अपने बेटे को पढाती नहीं, वह शत्रु है । उसी तरह पुत्र को न
पढानेवाला पिता पुत्र का बैरी है । क्योंकि (इस तरह माता-पिता की ना समझी
से वह पुत्र ) सभा में उसी तरह शोभित नहीं होता, जैसे हंसो के बीच में
बगुला ॥११॥
पहला कष्ट तो मूर्ख होना है, दूसरा कष्ट है जवानी और सब कष्टों से बढकर
कष्ट है, पराये घर में रहना ॥८
वे ही पुत्र, पुत्र हैं जो पिता के भक्त हैं । वही पिता, पिता है, हो
अपनी सन्तानका उचित रीति से पालन पोषण करता है । वही मित्र, मित्र है कि
जिसपर अपना विश्वास है और वही स्त्री स्त्री है कि जहाँ हृदय आनन्दित
होता है ॥४॥
समझदार मनुष्य का कर्तव्य है कि वह कुरूपा भी कुलवती कन्या के साथ विवाह
कर ले, पर नीच सुरूपवती के साथ न करे । क्योंकि विवाह अपने समान कुल में
ही अच्छा होता है ॥१४॥
जिस मनुष्य की स्त्री दुष्टा है, नौकर उत्तर देनेवाला (मुँह लगा) है और
जिस घर में साँप रहता है उस घरमें जो रह रहा है तो निश्चय है कि किसीन
किसी रोज उसकी मौत होगी ही ॥५॥
मनुष्य का कर्तव्य है कि अपनी कन्या किसी अच्छे खानदान वाले को दे ।
पुत्र को विद्याभ्यास में लगा दे । शत्रु को विपत्ति में फँसा दे और
मित्र को धर्मकार्य में लगा दे ॥३॥
मनुष्य का आचरण उसके कुल को बता देता है, उसका भाषण देश का पता दे देता
है, उसका आदर भाव प्रेम का परिचय दे देता है और शरीर भोजनका हाल कह
देताहै ॥२॥
कोयल का सौन्दर्य है उसकी बोली, स्त्री का सौन्दर्य है उसका पातिव्रत ।
कुरूप का सौन्दर्य है उसकी विद्या और तपस्वियों का सौन्दर्य है उनकी
क्षमाशक्ति ॥९॥
जहाँ एक के त्यागने से कोल की रक्षा हो सकती हो, वहाँ उस एक को त्याग दे
। यदि कुल के त्यागने से गाँव की रक्षा होती हो तो उस कुल को त्याग दे ।
यदि उस गाँव के त्यागने से जिले की रक्षा हो तो गाँव को त्याग दे और यदि
पृथ्वी के त्यागने से आत्मरक्षा सम्भव हो तो उस पृथ्वी को ही त्याग दे
॥१०
उद्योग करने पर दरिद्रता नहीं रह सकती । ईश्वर का बार बार स्मरण करते
रहने पर पाप नहीं हो सकता । चुप रहने पर लडाई झगडा नहीं हो सकता और जागते
हुए मनुष्य के पास भय नहीं टिक सकता ॥११॥
अतिशय रूपवती होने के कारण सीता हरी गई । अतिशय गर्व से रावण का नाश हुआ
। अतिशय दानी होने के कारण वलि को बँधना पडा । इसलिये लोगों को चाहिये कि
किसी बात में 'अति' न करें ॥१२॥
(वन) के एक ही फूले हुए और सुगन्धित वृक्ष ने सारे वन को उसी तरह
सुगन्धित कर दिया जैसे कोई सपूत अपने कुल की मर्यादा को उज्ज्वल कर देता
है ॥१४॥
उसी तरह वनके एक ही सूखे और अग्नि से जतते हुए वृक्ष के कारण सारा वन जल
कर खाक हो जाता है । जैसे किसी कुपूत के कारण खानदान का खानदान बदनाम हो
जाता है ॥१५।
शोक और सन्ताप देनेवाले बहुत से पुत्रों के होने से क्या लाभ ? अपने कुल
के अनुसार चलनेवाला एक ही पुत्र बहुत है कि जहाँ सारा कुल विश्राम कर सके
॥१७॥
पाँच वर्ष तक बच्चे का दुलार करे । फिर दस वर्ष तक उसे ताडना दे, किन्तु
सोलह वर्ष के हो जाने पर पुत्र को मित्र के समान समझे ॥१८॥
दंगा बगैरह खडा हो जाने पर, किसी दूसरे राजा के आक्रमण करने पर, भयानक
अकाल पडने पर और किसी दुष्ट का साथ हो जाने पर , जो मनुष्य भाग निकलता
है, वही जीवित रहता है ॥१९॥
धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष इन चार पदार्थों में से एक पदार्थ भी जिसको
सिध्द नहीं हो सका, ऎसे मनुष्य का मर्त्यलोक में बार-बार जन्म केवल मरने
के लिए होता है । और किसी काम के लिए नहीं ॥२०॥
जिस देश में मूर्खों की पूजा नहीं होती, जहाँ भरपूर अन्न का संचय रहता है
और जहाँ स्त्री पुरुष में कलह नहीं होता, वहाँ बस यही समझ लो कि लक्ष्मी
स्वयं आकर विराज रही हैं ॥२१॥
आयु, कर्म, धन, विद्या, और मृत्यु ये पाँच बातें तभी लिख दी जाती हैं, जब
कि मनुष्य गर्भ में ही रहता है ॥१॥
जब तक कि शरीर स्वस्थ है और जब तक मृत्यु दूर है । इसी बीच में आत्मा का
कल्याण कर लो । अन्त समय के उपस्थित हो जाने पर कोई क्या करेगा ? ॥४॥
मूर्ख पुत्र का चिरजीवी होकर जीना अच्छा नहीं है । बल्कि उससे वह पुत्र
अच्छा है, जो पैदा होते ही मर जाय । क्योंकि मरा पुत्र थोडे दुःख का कारण
होता है, पर जीवित मूर्ख पुत्र जन्मभर जलाता ही रहता है ॥७॥
खराब गाँव का निवास, नीच कुलवाले प्रभु की सेवा, खराब भोजन, कर्कशा
स्त्री, मूर्ख पुत्र और विधवा पुत्री ये छः बिना आग के ही प्राणी के शरीर
को भून डालते हैं ॥८॥
ऎसी गाय से क्या लाभ जो न दूध देती है और न गाभिन हो । उसी प्रकार उस
पुत्र से क्या लाभ, जो न विद्वान हो और न भक्तिमान् ही होवे ॥९॥
सांसारिक ताप से जलते हुए लोगों के तीन ही विश्राम स्थल हैं । पुत्र,
स्त्री और सज्जनों का संग ॥१०
जिस धर्म में दया का उपदेश न हो, वह धर्म त्याग दे । जिस गुरु में विद्या
न हो, उसे त्याग दे । हमेशा नाराज रहनेवाली स्त्री त्याग दे और
स्नेहविहीन भाईबन्धुओं को त्याग देना चाहिये ॥१६
           ११-----यह कैसा समय है, मेरे कौन २ मित्र हैं, यह कैसा देश
है, इस समय हमारी
क्या आमदनी और क्या खर्च है, मैं किसेके अधीन हूँ और मुझमें कितनी शक्ति
है इन बातों को बार-बार सोचते रहना चाहिये ॥१८
जैसे रगडने से, काटने से, तपाने से और पीटने से, इन चार उपायों से सुवर्ण
की परीक्षा की जाती है, उसी प्रकार त्याग, शील, गुण और कर्म, इन चार
बातों से मनुष्य की परीक्षा होती है ॥२॥
भय से तभी तक डरो, जब तक कि वह तुम्हारे पास तक न आ जाय । और जन आ ही जाय
तो डरो नहीं बल्कि उसे निर्भिक भाव से मार भगाने की कोशिश करो ॥३॥
            १२----निस्पृह मनुष्य कभी अधिकारी नहीं हो सकता । वासना से
शुन्य मनुष्य
श्रृंगार का प्रेमी नहीं हो सकता । जड मनुष्य कभी मीठी वाणी नहीं बोल
सकता और साफ-साफ बात करने वाला धोखेबाज नहीं होता ॥५॥
दरिद्र मनुष्य धन चाहते हैं । चौपाये वाणी चाहते हैं । मनुष्य स्वर्ग
चाहतें हैं और देवता लोग मोक्ष चाहते हैं ॥१८॥
               १३---मनुष्यों में नाऊ, पक्षियों में कौआ, चौपायों में
स्यार और स्त्रियों में
मालिन, ये सब धूर्त होते हैं ॥२१
संसार में पिता पाँच प्रकार के होते हैं । ऎसे कि जन्म देने वाला,
विद्यादाता, यज्ञोपवीत आदि संस्कार करनेवाला, अन्न देनेवाला और भय से
बचानेवाला ॥२२॥
उसी तरह माता भी पाँच ही तरह की होती हैं । जैसे राजा की पत्नी, गुरु की
पत्नी, मित्र की पत्नी, अपनी स्त्री की माता और अपनी खास माता ॥२३॥
           १४--पक्षियों में चाण्डाल है कौआ, पशुओं में चाण्डाल कुत्ता,
मुनियों में
चाण्डाल है पाप और सबसे बडा चाण्डाल है निन्दक ॥२
भ्रमण करनेवाला राजा पूजा जाता है, भ्रमण करता हुआ ब्राह्मण भी पूजा जाता
है और भ्रमण करता हुआ योगी पूजा जाता है, किन्तु स्त्री भ्रमण करने से
नष्ट हो जाती है ॥४॥
            १५---जैसा होनहार होता है, उसी तरह की बुध्दि हो जाती है,
वैसा ही कार्य होता
है और सहायक भी उसी तरह के मिल जाते हैं ॥६॥
ऋण करनेवाले पिता, व्याभिचारिणी माता, रूपवती स्त्री और मूर्ख पुत्र, ये
मानवजातिके शत्रु हैं ॥११॥
लालचीको धनसे, घमएडी को हाथ जोडकर, मूर्ख को उसके मनवाली करके और यथार्थ
बात से पण्डित को वश में करे ॥१२॥
राज्य ही न हो तो अच्छा, पर कुराज्य अच्छा नहीं । मित्र ही न हो तो
अच्छा, पर कुमित्र होना ठीक नहीं । शिष्य ही न हो तो अच्छा, पर कुशिष्य
का होना अच्छा नहीं । स्त्री ही न हो तो ठीक है, पर खराब स्त्री होना
अच्छा नहीं ॥१३॥
बदमाश राजा के राज में प्रजा को सुख क्योंकर मिल सकता है । दुष्ट मित्र
से भला हृदय्कब आनन्दित होगा । दुष्ट स्त्री के रहने पर घर कैसे अच्छा
लगेगा और दुष्ट शिष्य को पढा कर यश क्यों कर प्राप्त हो सकेगा ॥१४॥
सिंह से एक गुण, बगुले से एक गुण, मुर्गे से चार गुण, कौए से पाँच गुण,
कुत्ते से छ गुण और गधे से तीन गुण ग्रहण करना चाहिए ॥१५॥
मनुष्य कितना ही बडा काम क्यों न करना चाहता हो, उसे चाहिए कि सारी शक्ति
लगा कर वह काम करे । यह गुण सिंह से ले ॥१६॥
समझदार मनुष्य को चाहिए कि वह बगुले की तरह चारों ओर से इन्द्रियों को
समेटकर और देश काल के अनुसार अपना बल देख कर सब कार्य साधे ॥१७॥
ठीक समय से जागना, लडना, बन्धुओंके हिस्से का बटवारा और छीन झपट कर भोजन
कर लेना, ये चार बातें मुर्गे से सीखे ॥१८॥
एकान्त में स्त्री का संग करना , समय-समय पर कुछ संग्रह करते रहना, हमेशा
चौकस रहना और किसी पर विश्वास न करना, ढीठ रहना, ये पाँच गुण कौए से
सीखना चाहिए ॥१९॥
अधिक भूख रहते भी थोडे में सन्तुष्ट रहना, सोते समय होश ठीक रखना, हल्की
नींद सोना, स्वामिभक्ति और बहादुरी-- ये गुण कुत्ते से सीखना चाहिये ॥२०॥
भरपूर थकावट रहनेपर भी बोभ्का ढोना, सर्दी गर्मी की परवाह न करना, सदा
सन्तोष रखकर जीवनयापन करना, ये तीन गुण गधा से सीखना चाहिए ॥२१॥
जो मनुष्य ऊपर गिनाये बीसों गुणों को अपना लेगा और उसके अनुसार चलेगा, वह
सभी कार्य में अजेय रहेगा ॥२२॥

Tuesday, May 3, 2011

The 73 Best Lessons Learned for Leadership Success in Business and Life

1. You can really lead without a Title.

2. Knowing what to do and not doing it is the same as not knowing what to do.

3. Give away what you most wish to receive.

4. The antidote to stagnation is innovation.

5. The conversations you are most resisting are the conversations you most need to be having.

6. Leadership is no longer about position – but passion. It's no longer about image but impact. This is Leadership 2.0.

7. The bigger the dream, the more important to the team.

8. Visionaries see the "impossible" as the inevitable.

9. All great thinkers are initially ridiculed – and eventually revered.

10. The more you worry about being applauded by others and making money, the less you'll focus on doing the great work        that will generate applause. And make you money.

11. To double your net worth, double your self-worth. Because you will never exceed the height of your self-image.

12. The more messes you allow into your life, the more messes will become a normal (and acceptable) part of your life.

13. The secret to genius is not genetics but daily practice married with relentless perseverance.

14. The best leaders lift people up versus tear people down.

15. The most precious resource for businesspeople is not their time. It's their energy. Manage it well.

16. The fears you run from run to you.

17. The most dangerous place is in your safety zone.

18. The more you go to your limits, the more your limits will expand.

19. Every moment in front of a customer is a gorgeous opportunity to live your values.

20. Be so good at what you do that no one else in the world can do what you do.

21. You'll never go wrong in doing what is right.

22. It generally takes about 10 years to become an overnight sensation.

23. Never leave the site of a strong idea without doing something to execute around it.

24. A strong foundation at home sets you up for a strong foundation at work.

25. Never miss a moment to encourage someone you work with.

26. Saying "I'll try" really means "I'm not really committed."

27. The secret of passion is purpose.

28. Do a few things at mastery versus many things at mediocrity.

29. To have the rewards that very few have, do the things that very few people are willing to do.

30. Go where no one's gone and leave a trail of excellence behind you.

31. Who you are becoming is more important than what you are accumulating.

32. Accept your teammates for what they are and inspire them to become all they can be.

33. To triple the growth of your organization, triple the growth of your people.

34. The best leaders are the most dedicated learners. Read great books daily. Investing in your self-development is the           best investment you will ever make.

35. Other people's opinions of you are none of your business.

36. Change is hardest at the beginning, messiest in the middle and best at the end.

37. Measure your success by your inner scorecard versus an outer one.

38. Understand the acute difference between the cost of something and the value of something.

39. Nothing fails like success. Because when you are at the top, it's so easy to stop doing the very things that brought you          to the top.

40. The best leaders blend courage with compassion.

41. The less you are like others, the less others will like you.

42. You'll never go wrong in doing what's right.

43. Excellence in one area is the beginning of excellence in every area.

44. The real reward for doing your best work is not the money you make but the leader you become.

45. Passion + production = performance.

46. The value of getting to your goals lives not in reaching the goal but what the talents/strengths/capabilities the journey          reveals to you.

47. Stand for something. Or else you'll fall for anything.

48. Say "thank you" when you're grateful and "sorry" when you're wrong.

49. Make the work you are doing today better than the work you did yesterday.

50. Small daily – seemingly insignificant – improvements and innovations lead to staggering achievements over time.

51. Peak performers replace depletion with inspiration on a daily basis.

52. Take care of your relationships and the sales/money will take care of itself.

53. You can't be great if you don't feel great. Make exceptional health your #1 priority.

54. Doing the difficult things that you've never done awakens the talents you never knew you had.

55. As we each express our natural genius, we all elevate our world.

56. Your daily schedule reflects your deepest values.

57. People do business with people who make them feel special.

58. All things being equal, the primary competitive advantage of your business will be your ability to grow Leaders Without         Titles faster than your industry peers.

59. Treat people well on your way up and they'll treat you well on your way down.

60. Success lies in a masterful consistency around a few fundamentals. It really is simple. Not easy. But simple.

61. The business (and person) who tries to be everything to everyone ends up being nothing to anyone.

62. One of the primary tactics for enduring winning is daily learning.

63. To have everything you want, help as many people as you can possibly find get everything they want.

64. Understand that a problem is only a problem if you choose to view it as a problem (vs. an opportunity).

65. Clarity precedes mastery. Craft clear and precise plans/goals/deliverables. And then block out all else.

66. The best in business spend far more time on learning than in leisure.

67. Lucky is where skill meets persistence.

68. The best Leaders Without a Title use their heads and listen to their hearts.

69. The things that are hardest to do are often the things that are the best to do.

70. Every single person in the world could be a genius at something, if they practiced it daily for at least ten years (as          confirmed by the research of Anders Ericsson and others).

71. Daily exercise is an insurance policy against future illness. The best Leaders Without Titles are the fittest.

72. Education is the beginning of transformation. Dedicate yourself to daily learning via books/audios/seminars and          coaching.

73. The quickest way to grow the sales of your business is to grow your people.

– By Robin Sharma, author of the international bestseller
  "The Leader Who Had No Title"

Monday, January 24, 2011

नारे - Slogan

संकट में है भारत, प्रशासन है मौन |
भारतीय, इंडियन से पूछता, देशद्रोही है कौन ?




जाग उठा है देश ये सारा, दृढ़ संकल्प की बारी है,
स्वाभिमान जगा भारत का, नवयुग की तैयारी है।




जो जटा से गंगा बहा दे उसे महादेव कहते हैं
जो सत्य का ज्ञान करा दे उसे गुरुदेव कहते हैं
पर जो भारत का स्वाभिमान जगा दे उसे बाबा रामदेव कहते हैं

गाँव को शहर से सुन्दर बनाने का अभियान ! भारत स्वाभिमान !!
शहीदों का क़र्ज़ चुकाने को, अपना फ़र्ज़ निभाने को.
नया खून तैयार है, भारत स्वाभिमान जगाने को..


भारत को बिना हथियार के आज़ादी मिली है, यह कहना उन शहीदों का अपमान है.
भारत को भारत नाम वापस दिलाना और उन शहीदों का सम्मान ही भारत स्वाभिमान है..


सबसे ऊँचा मस्तक तेरा, चरणों में सागर का घेरा.
भारत नाम रहेगा तेरा, अब हमने इंडियन को घेरा..



मानवता के मन मन्दिर में, ज्ञान का दीप जला दो
करुना निधान भगवान् मेरे, भारत को स्वर्ग बना दो

 नही किसी के सामने हमने अपना शीश झुकाया है
जो हम से टकराने आया काल उसी का आया है
तेरा वैभव सदा रहे माँ विजय ध्वजा फहराये हम
जय भारत वन्दे मातरम् जय भारत वन्दे मातरम्

निर्माणों के पावन युग में हम भारत नाम ना भूलें .
स्वार्थ साधना की आंधी में हम भारत स्वाभिमान ना भूलें. .

भारत के अतीत को पढ़कर, भारत के इतिहास को उलटकर.
भारत के शहीदों को यादकर, भारत स्वाभिमान की बात कर..
जिसको न निज गौरव तथा निज देश पर अभिमान है .
वह नर नहीं , वह पशु निरा है , और मृतक समान है .


जो भरा नहीं हो भावो से, बहती जिसमे रसधार नहीं.
वह ह्रदय नहीं, पत्थर है, जिसको भारत नाम से प्यार नहीं..


आज जवानी पर इतराने वाले, कल पछतायेगा.
आज योग साधना करले, कल मौका ना पायेगा..


 इतिहास को समझना होगा, वर्तमान को बदलना होगा.
विदेशी को नकारना होगा, स्वदेशी को समझना होगा.
.


 हम आस्तिक है, अन्धविशवासी नहीं..
हम भारतीय है, इंडियन नहीं..
दूध से जले है, छाछ भी फूँककर पियेंगे..
वक्त आ गया है, अब भारतीय भी जियेंगे..


भारतीय भाषा का सम्मान हो, यह नारा हमारा है.
भारतीय, भारतीय का सम्मान करे, यह अभियान हमारा है..




"भारतीय जागो, उठो, पांच बज गए..
स्वामी राम देव जगाने आये ..
सब रोगों से मुक्त हो जाना ..
भारत स्वाभिमान की मशाल जलाना.."



"राम देव के भारत देश में, फैले घर-घर योग.
कार्य सफल होवे सभी, जब काया रहे निरोग."



"अब एक नया भारत बनेगा, विश्व बदलता जायेगा.
योग का सन्देश जिस दिन, हर भारतीय अपनाएगा"



"जागो, अब भारत का सम्मान करे..
शहीदों की शहादत याद करे..
एक बार फिर से भारत की कमान ..
भारत स्वाभिमानियो के हाथ रहे.."



"योग से पैर को रखो गरम, पेट को रखो नरम..
दिमाग को रखो ठंडा, अब उठाओ भारत स्वाभिमान का झंडा ... "


करो योग रहो निरोग

Saturday, January 8, 2011

16 Famous Sayings by Chanakya - Chanakya Niti


Chanakya's Quotes

 

"A person should not be too honest.
Straight trees are cut first and honest people are screwed first."

Chanakya quotes (Indian politician, strategist and writer, 350 BC 75 BC)  

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"Even if a snake is not poisonous,
it should pretend to be venomous."

Chanakya quotes (Indian politician, strategist and writer, 350 BC-275 BC)  

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"The biggest guru-mantra is: Never share your secrets with anybody.  If you cannot keep secret with you , do not expect that other will keep it. ! It will destroy you."


Chanakya quotes (Indian politician, strategist and writer, 350 BC-275 BC)  
 
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"There is some self-interest behind every friendship.
There is no Friendship without self-interests.
This is a bitter truth."


Chanakya quotes (Indian politician, strategist and writer, 350 BC-275 BC)  

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"Before you start some work, always ask yourself three questions - Why am I doing it, What the results might be and Will I be successful. Only when you think deeply and find satisfactory answers to these questions, go ahead."


Chanakya quotes (Indian politician, strategist and writer, 350 BC-275 BC)  

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"As soon as the fear approaches near, attack and destroy it."

Chanakya quotes (Indian politician, strategist and writer, 350 BC-275 BC)  

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"Once you start a working on something,
don't be afraid of failure and
don't abandon it.
People who work sincerely are the happiest."


Chanakya quotes (Indian politician, strategist and writer, 350 BC-275BC)  

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"The fragrance of flowers spreads
only in the direction of the wind.
But the goodness of a person spreads in all direction."


Chanakya quotes (Indian politician, strategist and writer, 350 BC-275BC)  

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"A man is great by deeds, not by birth."


Chanakya quotes (Indian politician, strategist and writer, 350 BC-275BC)  

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"Treat your kid like a darling for the first five years.

        For the next five years, scold them.
By the time they turn sixteen, treat them like a friend.
Your grown up children are your best friends."


Chanakya quotes (Indian politician, strategist and writer, 350 BC-275BC)    

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"Education is the best friend.
An educated person is respected everywhere.
Education beats the beauty and the youth."


Chanakya quotes  (Indian politician, strategist and writer, 350 BC-275BC)
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