संकट में है भारत, प्रशासन है मौन |
भारतीय, इंडियन से पूछता, देशद्रोही है कौन ?
जाग उठा है देश ये सारा, दृढ़ संकल्प की बारी है,
स्वाभिमान जगा भारत का, नवयुग की तैयारी है।
जो जटा से गंगा बहा दे उसे महादेव कहते हैं
जो सत्य का ज्ञान करा दे उसे गुरुदेव कहते हैं
पर जो भारत का स्वाभिमान जगा दे उसे बाबा रामदेव कहते हैं
गाँव को शहर से सुन्दर बनाने का अभियान ! भारत स्वाभिमान !!
शहीदों का क़र्ज़ चुकाने को, अपना फ़र्ज़ निभाने को.
नया खून तैयार है, भारत स्वाभिमान जगाने को..
भारत को बिना हथियार के आज़ादी मिली है, यह कहना उन शहीदों का अपमान है.
भारत को भारत नाम वापस दिलाना और उन शहीदों का सम्मान ही भारत स्वाभिमान है..
सबसे ऊँचा मस्तक तेरा, चरणों में सागर का घेरा.
भारत नाम रहेगा तेरा, अब हमने इंडियन को घेरा..
मानवता के मन मन्दिर में, ज्ञान का दीप जला दो
करुना निधान भगवान् मेरे, भारत को स्वर्ग बना दो
नही किसी के सामने हमने अपना शीश झुकाया है
जो हम से टकराने आया काल उसी का आया है
तेरा वैभव सदा रहे माँ विजय ध्वजा फहराये हम
जय भारत वन्दे मातरम् जय भारत वन्दे मातरम्
निर्माणों के पावन युग में हम भारत नाम ना भूलें .
स्वार्थ साधना की आंधी में हम भारत स्वाभिमान ना भूलें. .
भारत के अतीत को पढ़कर, भारत के इतिहास को उलटकर.
भारत के शहीदों को यादकर, भारत स्वाभिमान की बात कर..जिसको न निज गौरव तथा निज देश पर अभिमान है .
वह नर नहीं , वह पशु निरा है , और मृतक समान है .
जो भरा नहीं हो भावो से, बहती जिसमे रसधार नहीं.
वह ह्रदय नहीं, पत्थर है, जिसको भारत नाम से प्यार नहीं..
आज जवानी पर इतराने वाले, कल पछतायेगा.
आज योग साधना करले, कल मौका ना पायेगा..
इतिहास को समझना होगा, वर्तमान को बदलना होगा.
विदेशी को नकारना होगा, स्वदेशी को समझना होगा..
हम आस्तिक है, अन्धविशवासी नहीं..
हम भारतीय है, इंडियन नहीं..
दूध से जले है, छाछ भी फूँककर पियेंगे..
वक्त आ गया है, अब भारतीय भी जियेंगे..
भारतीय भाषा का सम्मान हो, यह नारा हमारा है.
भारतीय, भारतीय का सम्मान करे, यह अभियान हमारा है..
"भारतीय जागो, उठो, पांच बज गए..
स्वामी राम देव जगाने आये ..
सब रोगों से मुक्त हो जाना ..
भारत स्वाभिमान की मशाल जलाना.."
"राम देव के भारत देश में, फैले घर-घर योग.
कार्य सफल होवे सभी, जब काया रहे निरोग."
"अब एक नया भारत बनेगा, विश्व बदलता जायेगा.
योग का सन्देश जिस दिन, हर भारतीय अपनाएगा"
"जागो, अब भारत का सम्मान करे..
शहीदों की शहादत याद करे..
एक बार फिर से भारत की कमान ..
भारत स्वाभिमानियो के हाथ रहे.."
"योग से पैर को रखो गरम, पेट को रखो नरम..
दिमाग को रखो ठंडा, अब उठाओ भारत स्वाभिमान का झंडा ... "
करो योग रहो निरोग
भारतीय, इंडियन से पूछता, देशद्रोही है कौन ?
जाग उठा है देश ये सारा, दृढ़ संकल्प की बारी है,
स्वाभिमान जगा भारत का, नवयुग की तैयारी है।
जो जटा से गंगा बहा दे उसे महादेव कहते हैं
जो सत्य का ज्ञान करा दे उसे गुरुदेव कहते हैं
पर जो भारत का स्वाभिमान जगा दे उसे बाबा रामदेव कहते हैं
गाँव को शहर से सुन्दर बनाने का अभियान ! भारत स्वाभिमान !!
शहीदों का क़र्ज़ चुकाने को, अपना फ़र्ज़ निभाने को.
नया खून तैयार है, भारत स्वाभिमान जगाने को..
भारत को बिना हथियार के आज़ादी मिली है, यह कहना उन शहीदों का अपमान है.
भारत को भारत नाम वापस दिलाना और उन शहीदों का सम्मान ही भारत स्वाभिमान है..
सबसे ऊँचा मस्तक तेरा, चरणों में सागर का घेरा.
भारत नाम रहेगा तेरा, अब हमने इंडियन को घेरा..
मानवता के मन मन्दिर में, ज्ञान का दीप जला दो
करुना निधान भगवान् मेरे, भारत को स्वर्ग बना दो
नही किसी के सामने हमने अपना शीश झुकाया है
जो हम से टकराने आया काल उसी का आया है
तेरा वैभव सदा रहे माँ विजय ध्वजा फहराये हम
जय भारत वन्दे मातरम् जय भारत वन्दे मातरम्
निर्माणों के पावन युग में हम भारत नाम ना भूलें .
स्वार्थ साधना की आंधी में हम भारत स्वाभिमान ना भूलें. .
भारत के अतीत को पढ़कर, भारत के इतिहास को उलटकर.
भारत के शहीदों को यादकर, भारत स्वाभिमान की बात कर..जिसको न निज गौरव तथा निज देश पर अभिमान है .
वह नर नहीं , वह पशु निरा है , और मृतक समान है .
जो भरा नहीं हो भावो से, बहती जिसमे रसधार नहीं.
वह ह्रदय नहीं, पत्थर है, जिसको भारत नाम से प्यार नहीं..
आज जवानी पर इतराने वाले, कल पछतायेगा.
आज योग साधना करले, कल मौका ना पायेगा..
इतिहास को समझना होगा, वर्तमान को बदलना होगा.
विदेशी को नकारना होगा, स्वदेशी को समझना होगा..
हम आस्तिक है, अन्धविशवासी नहीं..
हम भारतीय है, इंडियन नहीं..
दूध से जले है, छाछ भी फूँककर पियेंगे..
वक्त आ गया है, अब भारतीय भी जियेंगे..
भारतीय भाषा का सम्मान हो, यह नारा हमारा है.
भारतीय, भारतीय का सम्मान करे, यह अभियान हमारा है..
"भारतीय जागो, उठो, पांच बज गए..
स्वामी राम देव जगाने आये ..
सब रोगों से मुक्त हो जाना ..
भारत स्वाभिमान की मशाल जलाना.."
"राम देव के भारत देश में, फैले घर-घर योग.
कार्य सफल होवे सभी, जब काया रहे निरोग."
"अब एक नया भारत बनेगा, विश्व बदलता जायेगा.
योग का सन्देश जिस दिन, हर भारतीय अपनाएगा"
"जागो, अब भारत का सम्मान करे..
शहीदों की शहादत याद करे..
एक बार फिर से भारत की कमान ..
भारत स्वाभिमानियो के हाथ रहे.."
"योग से पैर को रखो गरम, पेट को रखो नरम..
दिमाग को रखो ठंडा, अब उठाओ भारत स्वाभिमान का झंडा ... "
करो योग रहो निरोग
1 comment:
जुड़े योग से , दूर रहे रोग से
अंकु गुप्ता
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